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सुख दुख एक समान रे साधु
इनके साथ तो ऐसा ही होना चाहिए ,ये इसी लायक हैं ,इनकी जीत और हार दोनों नकली है और ये क्रिकेट महा नकली /
बात तो सही है...उनकी व्यथा बड़ी विकट है
यह बात क्रिकेटरों की नियति को रेखांकित करती है ।
ये सही है..."
अब हार' के बाद तो ...सुख भर दिन बीते रे..हार जीत में एक सा स्वागत [न]पाने वाले खिलाड़ियों की मनोव्यथा का सही चित्रण.
छोड़ दे क्रिकेट...गिल्ली डंडा खेलो...
यहाँ http://vedquran.blogspot.com/2010/05/blog-post_18.html पर आपके नाम से किसी मुल्ले नें एक टिप्पणी की है.जरा देख लीजिएगा.
...क्रिकेट ... खेल ... नहीं ... व्यवसाय !!!
चलिये इसी बहाने हमारे क्रिकेटर्स को दर्शकों की 'जनाना' और 'मरदाना' प्रतिक्रियाओं का अंतर तो पता चला !
बढ़िया....हर हाल में परेशान.
मैं तो इस गन्द से दूर हूं...
अजी कभी जीत कर भी आये हो???? मेरे बस चले तो सॊ जुते मारू ओर एक गिनू
नोचना पिटना छोड़ो..नोट गिनो बस..इतनी कीमत तो अदा करनी ही पड़ेगी. :)
मन रे ...तू काहे न धीर धरे ...
सटीक.रामराम
बेकार का बखेरा
हाँ यह आफत तो है....
बड़ी समस्या है जी :)
छोडो यार, इससे अच्छा तो खेलना ही छोड़ देते हैं ।वैसे भी टीम से निकलने ही वाले हैं ।
कारगर कार्टून!नाइस!
हाँ अजीब बात तो है ..मजेदार !
लल्लू फिर भी किरकिट खेलने के लिये सब कुछ करेगा! :)
सुख दुख एक समान रे साधु
जवाब देंहटाएंइनके साथ तो ऐसा ही होना चाहिए ,ये इसी लायक हैं ,इनकी जीत और हार दोनों नकली है और ये क्रिकेट महा नकली /
जवाब देंहटाएंबात तो सही है...उनकी व्यथा बड़ी विकट है
जवाब देंहटाएंयह बात क्रिकेटरों की नियति को रेखांकित करती है ।
जवाब देंहटाएंये सही है..."
जवाब देंहटाएंअब हार' के बाद तो ...सुख भर दिन बीते रे..
जवाब देंहटाएंहार जीत में एक सा स्वागत [न]पाने वाले खिलाड़ियों की मनोव्यथा का सही चित्रण.
छोड़ दे क्रिकेट...गिल्ली डंडा खेलो...
जवाब देंहटाएंयहाँ http://vedquran.blogspot.com/2010/05/blog-post_18.html पर आपके नाम से किसी मुल्ले नें एक टिप्पणी की है.जरा देख लीजिएगा.
जवाब देंहटाएं...क्रिकेट ... खेल ... नहीं ... व्यवसाय !!!
जवाब देंहटाएंचलिये इसी बहाने हमारे क्रिकेटर्स को दर्शकों की 'जनाना' और 'मरदाना' प्रतिक्रियाओं का अंतर तो पता चला !
जवाब देंहटाएंबढ़िया....हर हाल में परेशान.
जवाब देंहटाएंमैं तो इस गन्द से दूर हूं...
जवाब देंहटाएंअजी कभी जीत कर भी आये हो???? मेरे बस चले तो सॊ जुते मारू ओर एक गिनू
जवाब देंहटाएंनोचना पिटना छोड़ो..नोट गिनो बस..इतनी कीमत तो अदा करनी ही पड़ेगी. :)
जवाब देंहटाएंमन रे ...तू काहे न धीर धरे ...
जवाब देंहटाएंसटीक.
जवाब देंहटाएंरामराम
बेकार का बखेरा
जवाब देंहटाएंहाँ यह आफत तो है....
जवाब देंहटाएंबड़ी समस्या है जी :)
जवाब देंहटाएंछोडो यार, इससे अच्छा तो खेलना ही छोड़ देते हैं ।
जवाब देंहटाएंवैसे भी टीम से निकलने ही वाले हैं ।
कारगर कार्टून!
जवाब देंहटाएंनाइस!
हाँ अजीब बात तो है ..मजेदार !
जवाब देंहटाएंलल्लू फिर भी किरकिट खेलने के लिये सब कुछ करेगा! :)
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