बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! -- आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज मंगलवार (10-12-2013) को मंगलवारीय चर्चा --1456 कमल से नहीं झाड़ू से पिटे हैं हम में "मयंक का कोना" पर भी है! -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
ये तो हमारे पूरी पारम्परिक राजनैतिक व्यवस्था को तहस नहश कर देंगे जिसकी आदत आम आदमी को भी हो गई है , अब तो गांधी जी को देख कर भी कोई हमारा काम न करेगा ।
"आप" वाले अमरीकी हैं क्या? सिंगापुर का उदाहरण ले लें. छः महीने में झाड़ू छाप वाले फूलछाप और पंजा छाप को भी मात देने लगेंगे. आखिर, हैं तो भारतीय ही! और, झूठा-सच्चा ही सही, एक स्टिंग में दाग तो लगा ही है.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज मंगलवार (10-12-2013) को मंगलवारीय चर्चा --1456 कमल से नहीं झाड़ू से पिटे हैं हम में "मयंक का कोना" पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
घातक वार, अपने ही पैरों पर।
जवाब देंहटाएंटेंशन नेचुरल है जी..
जवाब देंहटाएंलेना देना जब नहीं, करे तंत्र को बांस |
जवाब देंहटाएंलोकसभा में आप की, मानो सीट पचास |
मानो सीट पचास, इलेक्शन होय दुबारे |
करके अरबों नाश, आम पब्लिक को मारे |
अड़ियल टट्टू आप, अकेले नैया खेना |
सबको माने चोर, समर्थन ले ना दे ना ||
ये तो हमारे पूरी पारम्परिक राजनैतिक व्यवस्था को तहस नहश कर देंगे जिसकी आदत आम आदमी को भी हो गई है , अब तो गांधी जी को देख कर भी कोई हमारा काम न करेगा ।
जवाब देंहटाएंये भी तो संभव है कि ये आपकी शागिर्दी में आजायें?:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
"आप" वाले अमरीकी हैं क्या?
जवाब देंहटाएंसिंगापुर का उदाहरण ले लें. छः महीने में झाड़ू छाप वाले फूलछाप और पंजा छाप को भी मात देने लगेंगे. आखिर, हैं तो भारतीय ही! और, झूठा-सच्चा ही सही, एक स्टिंग में दाग तो लगा ही है.
माने, फ़ालतू डरने का नईं. :)
क्या बात वाह!
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