एयर इंडिया मे कभी ना बेठा हुं ना बेठूंगा, क्योकि इस की सर्विस भारतियो के लिये सब से घटिया हे...जितने लोगो से बात की सब के यही ख्याल हे, इन से शिकायत की किताब मांगो तो भी नही मिलती. आप ने अच्छा व्यंग किया धन्यवाद
Haryanvi me khuoon to bhai Kajal ke ji "lathhthh gaadh diye ".-aapne . ek anishchittaa ghere rahti hai "AIR INDIA"se udaan bharne vaalon ko . Kyaa duniyaa kee aur bhi vimaan sevaayen hadtaal kartin hain ? veerubhai .
एअर इंडिया की सर्विस घटिया हो सकती है और बेशक उनके विरुद्ध कार्रवाई होना चाहिये. लेकिन निजी कम्पनियों की इस मु्नाफाखोरी के लिये क्यों झेला जाता है, उनका रवैया भी वैसा ही है. फर्क रोल का है.
हम केवल एयर इण्डिया को ही दोषी क्यों बताते हैं? आजकल तो सारी ही एक से बढकर एक घटिया हैं, केवल पैसा लूट रही हैं। इतना किराया लेने के बाद भी जो पानी तक नहीं पिला सके, उसे क्या कहेंगे?
हालात पर बिलकुल सही चोट की है आपने..... बहुत मज़ेदार चुटीला कार्टून.
जवाब देंहटाएंएक उपभोक्ता के तौर पर कह रह हूँ कि एयर इंडिया की सेवाओं ने हमें हमेशा ही निराश ही किया ..उस पर इनके कर्मचारियों के ये तेवर !
जवाब देंहटाएंबहुत मज़ेदार :)
जवाब देंहटाएंइतना किराय छीन लिया ?
जवाब देंहटाएंएयर इंडिया मे कभी ना बेठा हुं ना बेठूंगा, क्योकि इस की सर्विस भारतियो के लिये सब से घटिया हे...जितने लोगो से बात की सब के यही ख्याल हे, इन से शिकायत की किताब मांगो तो भी नही मिलती.
जवाब देंहटाएंआप ने अच्छा व्यंग किया धन्यवाद
हा हा हा ....
जवाब देंहटाएंनिजी एयर लाइन्स के लिए तो ये कमाने का समय है
जवाब देंहटाएंहा हा हा ..सही...
जवाब देंहटाएंउसे पता नहीं कि तौलिया भी खोलना है :)
जवाब देंहटाएंHaryanvi me khuoon to bhai Kajal ke ji "lathhthh gaadh diye ".-aapne .
जवाब देंहटाएंek anishchittaa ghere rahti hai "AIR INDIA"se udaan bharne vaalon ko .
Kyaa duniyaa kee aur bhi vimaan sevaayen hadtaal kartin hain ?
veerubhai .
एअर इंडिया की सर्विस घटिया हो सकती है और बेशक उनके विरुद्ध कार्रवाई होना चाहिये. लेकिन निजी कम्पनियों की इस मु्नाफाखोरी के लिये क्यों झेला जाता है, उनका रवैया भी वैसा ही है. फर्क रोल का है.
जवाब देंहटाएंहम केवल एयर इण्डिया को ही दोषी क्यों बताते हैं? आजकल तो सारी ही एक से बढकर एक घटिया हैं, केवल पैसा लूट रही हैं। इतना किराया लेने के बाद भी जो पानी तक नहीं पिला सके, उसे क्या कहेंगे?
जवाब देंहटाएंकम से कम लज्जा निवारण की व्यवस्था तो की ही है उन्होंने :)
जवाब देंहटाएं