हा-हा-हा सिक्योरिटी वाला भी मन ही मन गुनगुना रहा होगा लागी तुम से लगनलागी तुमसे लगन...... खैर, यही है हमारे देश का क़ानून ... अगर आम आदमी होता तो ...... गलती उसकी कम और हम भ्रष्ट हिन्दुस्तानियों की ज्यादा है की हम ही टैक्स बचाने के चक्कर में यह सब सौह्लियते इन्हें प्रदान करते है !
हा-हा-हा सिक्योरिटी वाला भी मन ही मन गुनगुना रहा होगा लागी तुम से लगनलागी तुमसे लगन...... खैर, यही है हमारे देश का क़ानून ... अगर आम आदमी होता तो ...... गलती उसकी कम और हम भ्रष्ट हिन्दुस्तानियों की ज्यादा है की हम ही टैक्स बचाने के चक्कर में यह सब सौह्लियते इन्हें प्रदान करते है !
जवाब देंहटाएंमांग कर गली गली गा गा कर कमाये हुये सब जब्त हो जायेंगे
जवाब देंहटाएंHa,ha!
जवाब देंहटाएंवाह !बिलकुल मस्त !
जवाब देंहटाएंझूठ बोल रहा है जी. इस हालत में गाने आते है...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया!
जवाब देंहटाएंnice one :)
जवाब देंहटाएंइसे क्यो छोडा भाई? दुबई मे इस का बाप रहता हे, जिस ने इस गवईये को इतना धन दे दिया... ओर इस शरीफ़ जादे को पता ही नही? भिखारी देश का भिखारी....
जवाब देंहटाएंझकास।
जवाब देंहटाएं---------
अंतरिक्ष में वैलेंटाइन डे।
अंधविश्वास:महिलाएं बदनाम क्यों हैं?
हा हा हा ! हंगामा है क्यों बरपा , थोड़ी सी जो पी ली है । :)
जवाब देंहटाएंज़बरदस्त !
जवाब देंहटाएंसंजय बेंगाणीजी से पूर्ण सहमत...
जवाब देंहटाएंहा हा बहुत खूब.
जवाब देंहटाएंहा हा हा हा हा ! राहत देता बहुत ही
जवाब देंहटाएंअनमोल कार्टून ..बधाई !
niceeeeeeeeee
जवाब देंहटाएंएक फिल्म की याद आ गई "सरफरोस " क्यों आप लोगों को नहीं आइ क्या |
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सरफरोश की याद दिला दी.. लेकिन उसका हश्र कुछ और था इसका कुछ और..
जवाब देंहटाएंबड़ी ज़बर्दस्त रफ्तार थी।.....धड़कन से तेज़ दौड़ूं सपनों से आगे.....आ गए न ज़मीन पर!
जवाब देंहटाएंha ha ha
जवाब देंहटाएंहा-हा-हा
जवाब देंहटाएंवाह:)
जवाब देंहटाएंनायाब सिक्सर जड दिया इसपे.
जवाब देंहटाएंरामराम.
वाह..क्या खूब है.....
जवाब देंहटाएंhangaamaa है क्यों बरपा थोड़ी से रख ली तो ...:)
जवाब देंहटाएंha ha ha............lvly...
जवाब देंहटाएंमस्त :)
जवाब देंहटाएंbahut hee steek prhaar
जवाब देंहटाएंवाह राहत मियाँ । तो एक लाख के ऊपर कैश क्यूं ले जा रहे थे ।
जवाब देंहटाएंहाय, हाथ की पोजीशन बताती है कि गाना कहां से निकलता है! :)
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