बुधवार, 20 अक्तूबर 2010

कार्टून:- हा हा हा अब आएगा ऊंट पहाड़ के नीचे ?


22 टिप्‍पणियां:

  1. जिस पहाड़ के नीचे इस ऊंट को आना था वह कौन सा दूध का धुला है ?

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  2. पहाड़ की ऐसी की तैसी । ऐसे कितने पहाड़ आए और चले गए ।

    बात करते हैं ।

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  3. Is cartoon me to waqayi kaduahat bharee hai...kalmadi ki jeb to bhari....medal usne kaunse apnee jeb se dene the/ya diye?

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  4. नोट कूट लिये। अब कुटने की बारी है।

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  5. आपकी सक्रियता और नियमितता काबिलेतारीफ है!

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  6. ये पहाड भी ओट लेने के काम ही आएगा :)

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  7. बच्चा तो ऐसे कह रहा है कि जैसे बंदे नें खिलाडियों के लिए पैसे कूटे हों :)

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  8. हा हा हा ! वैसे तो सोना भी हीरे के भाव ही मिल रहा है ।

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  9. चिंता न कीजिए। किसी ने नोट नहीं कूटे। जांच में आखिरकार यही तो निकलकर आना है!

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  10. अजी यह तो बलि का बकरा बन गया हे , जिन्होने ने लुटा हे वो सब बच जायेगे, यह फ़ंसेगा, या फ़िर अफ़सर फ़ंसे गे, कमाने वाले मजा लेते रहेगे,

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  11. पहाड़ के ऊपर भी छत है... अदालत से सजा मिलने पर कहते हैं कि जनता की अदालत शेष है>.

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  12. सही कहा आपने...हा.हहा..हा...



    ______________________
    'पाखी की दुनिया' में पाखी की इक और ड्राइंग...

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  13. इन नकली उस्ताद जी से पूछा जाये कि ये कौन बडा साहित्य लिखे बैठे हैं जो लोगों को नंबर बांटते फ़िर रहे हैं? अगर इतने ही बडे गुणी मास्टर हैं तो सामने आकर मूल्यांकन करें।

    स्वयं इनके ब्लाग पर कैसा साहित्य लिखा है? यही इनके गुणी होने की पहचान है। क्या अब यही लोग छदम आवरण ओढे हुये लोग हिंदी की सेवा करेंगे?

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