सोमवार, 4 अक्तूबर 2010

कार्टून:- राष्ट्रमंडल खेलों को लतियाने का एक और तरीक़ा


25 टिप्‍पणियां:

  1. छोटों के पेट में लात मार बडे वाले लम्बा खेल गये ! राष्ट्र मंडल खेलों की जय हो :)

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  2. नेताओ को गुरु बना लेवें, उनको पता है की सीकुरती में कैसे टोपी पहनाते है ....

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  3. चोर भाई अब कुछ नही बचा चुराने को... यह नेता सब डकार गये

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  4. :) सुना है भिखारियों को भी एक जगह नजरबन्द कर दिया गया है कि सड़क पर न दिखाई दें :)

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  5. इनके लिए भी एक प्रतियोगिता होनी चाहिए थी , खेल गांव में कुछ चुराने की |
    इससे खेलों में एक खेल भी बढ़ जाता , भारत के एक पदक जीतने की सम्भावना भी बढ़ जाती तथा लगे हाथ हमारे सुरक्षा कर्मियों की क़ाबलियत की भी जांच हो जाती !!
    और ये चोर भी कुछ दिन व्यस्त रहते !!

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  6. Bade choron ne to apne pet bhar liye...ab in choron ko thoda sabr karna padega!

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  7. sari duniya ek taraf....
    kal-kal mari ek taraf........


    jai ho....badiya kartoon...
    yatra vivran bhi badiya...par ye nahi bataya ki kya karne gaye....koi kaam tha ya sirf 28 foto kheechne the.....

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  8. लगता है,ये दोनों अपने बड़े भाइयों के टच में नहीं हैं जिन्होंने इसी हफ्ते राष्ट्रपति की ओएसडी के यहां चौथी बार हाथ साफ कर दिया!

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  9. इसमें इतना उदास होने की कहाँ बात है, आजकल बिग बॉस के शो में चोर, डाकुओं को धडल्‍ले से प्रवेश मिल रहा है। वहीं चले जाओ भाई।

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  10. कित्ता मजेदार कार्टून...ha..ha..ha..
    ________________

    'पाखी की दुनिया' में अंडमान के टेस्टी-टेस्टी केले .

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  11. बिचारे मारे गए,
    पर शायद ये भूल रहे है अब बड़े चोर (नेता) मैंदान में है इनको तो अपनी बारी का इन्तजार करना पड़ेगा.
    लेकिन लगता नहीं खेलों के बाद किसी की जेब में कुछ मिलेगा.

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  12. बेचारे पहले बाढ तो अब इनका सूखा। बडिया।

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  13. गुरू कल्माड़ी गेंग़ के नहीं लग रीये हो.. वरना क्यों भूखे मरते...

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  14. हाय! बेचारे चोर.
    उन्हें कहिये जो लोग गेम देखने गए हैं जरा उनके घर का फेरा लगा ले.
    हा हा हा
    बहुत खूब काजल जी !क्या दूर की सोची है.
    पसंद आया कार्टून भी और बेचारों की चिंता???? वाजिब है.

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  15. बडे बडे महारथी चोराधिराजों के आगे इनकी भला क्या बिसात.....

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  16. 'खेल-खेल में सनम, आ गए कहां पे हम'

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  17. जब ज्यादातर चोर उचक्के नगर सेठ,अरबपति और उच्च संवैधानिक पदों तक पहुँच चुके हो तो इन छोटे-मोटे चोरों को तो खाने के लाले परेंगे ही .... चोर तो चोरी करते थे लेकिन ये सफेदपोश चोर तो लोगों की खून तक चूस लेतें हैं ....शर्मनाक है ये गंदगी और लूट का खेल...?

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  18. दुनिया इतनी तेजी से बदल रही हे, लेकिन ये चोर, वही जींस -टी शर्ट में ही नजर आते हैं
    अरे भाई ड्रेस कोड चेंज करो चोर भाई, अब जींस-टी-शर्ट कि जगह, सफ़ेद कुरता-पजामा समझे क्या, अब भी नही समझोगे तो ऐसी ही शोक-सभा मनाते रहो भाई, असली चोर दिन दहाड़े माल ले उदा जा रहा हे, वो भी बाह-बाही के साथ,

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  19. चलो अच्छा है बेचारो का दर्द किसी ने तो समझा | वैसे दो तकनीशियन कल पुलिस की सफ़ेद वर्दी चोरी करते स्टेडियम में पकडे गये है | मतलब की वाकई सिक्योरटी टाईट है|

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  20. ये तो बेचारे बेरोजगार हो गए । इनके भी दिन बदलेंगे ।

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  21. बहती हो जब प्रतिकूल हवा,तुम शांत बैठ जाओ कुछ पल
    जब हवा थमे,आगे चल दो,तेरी मुट्ठी में होगा कल

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