शीला जी सारा दोष नगर निगम का बता देंगी, वो दिल्ली सरकार और केन्द्र सरकार का नाम ले लेंगे, ऐसे ही 'passing the ball' चलता रहेगा। अगले किसी मेगा आयोजन की प्लानिंग बन जायेगी तब तक।
दरअसल सरकार ने पैसा तो पूरा डकार लिया उफ्फ्फ यानि कि खर्च किया है, लेकिन ये गलती दरअसल में बरसात की है. अगली बार जब खेलो में कोई हादसे होंगे तो गलती खिलाडियों की होगी क्योंकि उन्होंने सरकार द्वारा मिटटी और थूक से बनाये गए निर्माण पर भरोसा किया.
हां यही वक्त है ..बाहर आईये ..बल्कि कहिए कि बाहर निकलिए ..और अब फ़टाक से ओलंपिक की दावेदारी भी कर ही डालिए ....साला पूरा ही चीथडा चीथडा ..हो जाए..ताकि रफ़ूगर भी रफ़ू न कर सके ...हा हा हा
शीला जी अकेली तो नहीं होंगी।
जवाब देंहटाएंAur pata nahee kya,kya saamne aata rahega!!
जवाब देंहटाएंइतनी जल्दी ड्राप सीन ?
जवाब देंहटाएंशीला जी सारा दोष नगर निगम का बता देंगी, वो दिल्ली सरकार और केन्द्र सरकार का नाम ले लेंगे, ऐसे ही 'passing the ball' चलता रहेगा। अगले किसी मेगा आयोजन की प्लानिंग बन जायेगी तब तक।
जवाब देंहटाएंपहले ही कितनी बिल्लियां निकल निकल कर थक चुकी हैं एक और सही !
जवाब देंहटाएंबिल्लियों के साथ सहज जीने वाला देश है सो टाइटिल हो "अनादर कैट इज़ आउट आफ बैग"
शीला जी काजलकुमार की बातों में आकर बाहर मत निकलना!
जवाब देंहटाएं--
पता नही कब दिल्ली की सड़क धँस जाए!
वाह भाई...बहुत खूब...
जवाब देंहटाएंराष्ट्रीय लाज का विषय हो जायेगा तब तो।
जवाब देंहटाएंकुछ फर्क नहीं पड़ेगा.
जवाब देंहटाएंछूपने का तो नाटक है.
फिर भी खेल बूरा नहीं.
दरअसल सरकार ने पैसा तो पूरा डकार लिया उफ्फ्फ यानि कि खर्च किया है, लेकिन ये गलती दरअसल में बरसात की है. अगली बार जब खेलो में कोई हादसे होंगे तो गलती खिलाडियों की होगी क्योंकि उन्होंने सरकार द्वारा मिटटी और थूक से बनाये गए निर्माण पर भरोसा किया.
जवाब देंहटाएंकोई शिकन आई क्या शीला जी के चेहरे पर?
जवाब देंहटाएंअरी शीला... शास्त्री जी की बात पर धयान देना
जवाब देंहटाएं
जवाब देंहटाएंकाजल जी, बहुत सही तीर चलाचा है।
…………..
स्टोनहेंज के रहस्यमय पत्थर।
क्या यह एक मुश्किल पहेली है?
बाहर निकलती तो हैं पर घूंघट में.:) पहचानने वाली नजर चाहिये.
जवाब देंहटाएंरामराम
हां यही वक्त है ..बाहर आईये ..बल्कि कहिए कि बाहर निकलिए ..और अब फ़टाक से ओलंपिक की दावेदारी भी कर ही डालिए ....साला पूरा ही चीथडा चीथडा ..हो जाए..ताकि रफ़ूगर भी रफ़ू न कर सके ...हा हा हा
जवाब देंहटाएंअभी से ??
जवाब देंहटाएंअरे शीला जी निकलीं तब तक तो ठीक है पर अगर उन्होंने अपनी पूरी फ़ौज निकानी तो ट्राफिक जाम हो जायेगा !!!!!!
जवाब देंहटाएंअरे ये सब तो सामने आते ही रहता है इसमें शर्माना कैसा ? : )
जवाब देंहटाएंशीलाजी का क्या जाता है अपना ठीकरा जरुर दूसरों के सर फोड़ेगी.... हा हा हा
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...
इस सब के बाद भी हर भारतवासी को कामना करनी चाहिए कि खेल अच्छी तरह सम्पन्न हो जाएँ और भारत की लाज रह जाए.
जवाब देंहटाएंतुम तो काजल के कुमार हो मगर वे तो काजल की कोठरी में हैं, बाहर ही तो हैं मगर जब सभी कालिख से पुते हों तो पहचाने कौन?
जवाब देंहटाएंशीला जी सारा दोष नगर निगम का बता देंगी, जब खेलो में कोई हादसे होंगे तो गलती खिलाडियों की होगी बहुत सुन्दर प्रस्तुति...आभार
जवाब देंहटाएं