बुधवार, 13 मई 2009

कार्टून:- क्या छोटू को ऐसा कहना चाहिए था ?

13 टिप्‍पणियां:

  1. इस बीच शीशा देख लेता..तो ठीक रहता. :)

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  2. वाह बिल्कुल हाजिर जवाब छोटू है..पर छोटु बेटा तेरी किस्मत इन आफ़तों जैसी रंगीन कहां?

    रामराम.

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  3. बहुत तीखा व्‍यंग्‍य है। हम काम के आधार पर व्‍यक्ति का आकलन करते हैं तो छोटू सही कह रहा है। छोटू का भी शोषण उसके मालिक करते हैं और इनका भी। बधाई।

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  4. छोटू बिलकुल सही कह रहा है , छोटू हिंदी बोलता है वह अंग्रेजी

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  5. बेटा छोटू ..बात तो तुमने पते की कही ...
    इनका चेहरा देखकर आदमी की भूख मर जाती है ..
    एअरलाइन सारा पैसा बचा लेती है
    तुम्हारा चेहरा और बातें सुनकर
    आदमी एक एक पैसा वसूल कर लेता है
    यही फर्क है जो तुम दोनों को एक सा काम होने पर भी
    एक दूसरे से अलग कर देता है

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  6. अब हम क्या बतायें - हमें तो अबे-तबे वाले का ही अनुभव है। थैन्क्यू-सॉरी वाली तो देखी नहीं! :)

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  7. ये छोटू नहाने जा रहा है तौलिया लटकाये
    या यहां भी पैसे न चुकाने पर बरतन।

    वैसे एयरहोस्‍टेज सोच रही है कि इसे
    अगर गोद में उठाकर दुलार लूं तो
    शायद एक ऑस्‍कर भी मुझे मिल जाये।

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  8. बहुत ही कटु व्यंग्य है ...
    बहुत तीखी धार है...
    पता नहीं कितनो को दिखी..
    मुझे तो घायल कर गई..
    बधाई..

    ~जयंत

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