आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बृहस्पतिवार (10-04-2014) को "टूटे पत्तों- सी जिन्दगी की कड़ियाँ" (चर्चा मंच-1578) पर भी है! -- सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है। -- हार्दिक शुभकामनाओं के साथ। सादर...! डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
पीटे जाने से तो अच्छा ही है।
जवाब देंहटाएं:))...Kya raasta sujhaaya hai :D!
जवाब देंहटाएंइस देश की यही नियति है नंगे सड़क पर दौड़ेंगे कपड़े पहने हुऐ को कह दिया जायेगा पब्लिक में ना आ पेड़ पर चढ़ जा ।
जवाब देंहटाएंअच्छा रास्ता निकाला है :)
जवाब देंहटाएंसही है :)
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा आज बृहस्पतिवार (10-04-2014) को "टूटे पत्तों- सी जिन्दगी की कड़ियाँ" (चर्चा मंच-1578) पर भी है!
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
हा हा हा...ऊंट को जिराफ़ पर बैठा दिया?:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
थप्पड़ मारने वाला माला पहनाने दूसरे जिराफ़ पर ही बैठ कर आयेगा न...
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