Pages

शनिवार, 5 मई 2012

कार्टून:- बाबा तो बाबा, चेला बाबा से भी शाबा...


27 टिप्‍पणियां:

  1. किरपा के मायने बदल गए अब तो ...

    जवाब देंहटाएं
  2. किरपा का हिमालय से क्या सम्बन्ध !
    आज --आज तक -- पर सुपर किरपा दिखा रहे थे ।

    जवाब देंहटाएं
  3. बिना किरपा के बाबा का क्या मतलब!!

    जवाब देंहटाएं
  4. बाबा जी -
    बच्चा अंटी में दसवंद का जुगाड़ हो तो किरपा की बात करो :)

    जवाब देंहटाएं
  5. किरपा विरपा तो ऐसी करूँगा बेटा
    कि तुझ पे संभाली भी नहीं जायेगी.
    बस दसबंद का सवाल है.

    जवाब देंहटाएं
  6. .गुरु गुड चेला शक्कर हो गए .....कृपया यहाँ भी पधारें -http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_7883.html./http://veerubhai1947.blogspot.in/
    शनिवार, 5 मई 2012
    चिकित्सा में विकल्प की आधारभूत आवश्यकता : भाग - १


    स्कूल में चरस और गांजा ,भुगतोगे भाई, खामियाजा

    जवाब देंहटाएं
  7. किरपाम देहि मोहि किरपाम देहि बाबा :)

    जवाब देंहटाएं
  8. इतना सुंदर भेष बनाया है तो कृपा भी कर पाते होंगे।:)

    जवाब देंहटाएं
  9. सबसे सस्ती खेती--बाबाओं की कृपा।

    जवाब देंहटाएं
  10. जिसके ऊपर किरपा है वह तो हिमालय पर जाए बिना भी धकाधक किरपा बरसा रहे हैं.

    जवाब देंहटाएं
  11. आपका ब्लॉग गूगल क्रोम में नहीं खुलता है ज्यादातर, जरा देखिएगा क्या समस्या है. लेकिन आज तो खुल गया.

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. कभी कभी kajal.tk कि‍सी भी ब्राउज़र में दि‍क्क़त करता है. ऐसे में http://kajalkumarcartoons.blogspot.in लिंक काम करता है

      हटाएं
  12. नहीं कोई प्रोडक्ट तो हर बिजनेस है व्यर्थ
    अर्थहीन हर कार्य है , अगर न आये अर्थ.

    अर्थ बनाने के लिये , चिंता करता व्यर्थ
    सिर्फ बेचना सीख ले , कंज्यूमर है अर्थ.

    अर्थ अर्थ का ठीक से, सदा समझना अर्थ
    अर्थ तभी मिल पायेगा, जब सीखेगा अर्थ.

    जवाब देंहटाएं
  13. हिमालय का भी क्या पाता गए या नहीं.:):)

    जवाब देंहटाएं
  14. यह सही रही ...
    बावा भी क्या याद रखेगा !

    जवाब देंहटाएं
  15. सोमवार, 7 मई 2012
    भारत में ऐसा क्यों होता है ?
    http://veerubhai1947.blogspot.in/
    तथा यहाँ भीं सर जी -
    चोली जो लगातार बतलायेगी आपके दिल की सेहत का हाल

    http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/
    गोली को मार गोली पियो अनार का रोजाना जूस
    http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/2012/05/blog-post_07.html

    जवाब देंहटाएं
  16. आप भी क्या बात करते हैं काजल जी :) आजकल बाबाओं का ही तो ज़माना है। तो कृपा तो बनती है बस कृपा करने का तरीका बादल गया है :)

    जवाब देंहटाएं