CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
nice
सटीक
पापा क्या बतायें बेटा....:)
:))
सही जवाब
इससे भी बुरा हाल होने वाला है..
हा हा हा ! दिल्ली में तो स्क्वेर फुट ही बड़ा होता है ।
कई मायने हैं इस कार्टून के।जानकारी का अभाव भी,और जगह जगह का फ़र्क भी।बहुत सटीक।आज बहुत दिन के बाद आपका ब्लॉग खुल पाया है मेरे कम्प्यूटर पर।
बढिया ।
दिन ज्यादा बूरे नहीं हुए है. यह नहीं पूछा, डैडी पिता किसे कहते है?
अपकी यह पोस्ट अच्छी लगी।तीन गो बुरबक! (थ्री इडियट्स!)-2 पर टिप्पणी के लिए आभार!
सहमत हे जी आप से ,सत्य वचन
बच्चे को बच्चों जैसी जानकारी
कान्वेन्टिया पापा भला क्या जानें :)
रोचक जानकारी देता कार्टून!
simply superb!!!
सही कहा जी
बीघा क्यों होता है?
हा हा, ढाई, पौने दो भी ऐसे ही होने वाले है अब.
हा हा सही जवाब
यही हाल है आज कल के बच्चों का...हिंदी में २० से आगे की गिनती भी नहीं बता पाते ..
बहुत सही ...
बहुत ही अच्छा व्यंग ... .www.srijanshikhar.blogspot.com पर " क्योँ जिँदा हो रावण "
बे 'मन' से टिपिया रहा हूं !वैसे भी बीघे के साथ मन...सेर और छटांक भी विदा हो लिए हैं तो पापा को भी अपडेट होना होगा :)
nice
जवाब देंहटाएंसटीक
जवाब देंहटाएंपापा क्या बतायें बेटा....:)
जवाब देंहटाएं:))
जवाब देंहटाएंसही जवाब
जवाब देंहटाएंइससे भी बुरा हाल होने वाला है..
जवाब देंहटाएंहा हा हा ! दिल्ली में तो स्क्वेर फुट ही बड़ा होता है ।
जवाब देंहटाएंकई मायने हैं इस कार्टून के।
जवाब देंहटाएंजानकारी का अभाव भी,
और जगह जगह का फ़र्क भी।
बहुत सटीक।
आज बहुत दिन के बाद आपका ब्लॉग खुल पाया है मेरे कम्प्यूटर पर।
बढिया ।
जवाब देंहटाएंदिन ज्यादा बूरे नहीं हुए है. यह नहीं पूछा, डैडी पिता किसे कहते है?
जवाब देंहटाएंअपकी यह पोस्ट अच्छी लगी।
जवाब देंहटाएंतीन गो बुरबक! (थ्री इडियट्स!)-2 पर टिप्पणी के लिए आभार!
सहमत हे जी आप से ,सत्य वचन
जवाब देंहटाएंबच्चे को बच्चों जैसी जानकारी
जवाब देंहटाएंकान्वेन्टिया पापा भला क्या जानें :)
जवाब देंहटाएंरोचक जानकारी देता कार्टून!
जवाब देंहटाएंsimply superb!!!
जवाब देंहटाएंसही कहा जी
जवाब देंहटाएंबीघा क्यों होता है?
जवाब देंहटाएंहा हा, ढाई, पौने दो भी ऐसे ही होने वाले है अब.
जवाब देंहटाएंहा हा सही जवाब
जवाब देंहटाएंयही हाल है आज कल के बच्चों का...हिंदी में २० से आगे की गिनती भी नहीं बता पाते ..
जवाब देंहटाएंबहुत सही ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छा व्यंग ...
जवाब देंहटाएं.
www.srijanshikhar.blogspot.com पर " क्योँ जिँदा हो रावण "
बे 'मन' से टिपिया रहा हूं !
जवाब देंहटाएंवैसे भी बीघे के साथ मन...सेर और छटांक भी विदा हो लिए हैं तो पापा को भी अपडेट होना होगा :)