CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
क्रोध पर नियंत्रण स्वभाविक व्यवहार से ही संभव है जो साधना से कम नहीं है।आइये क्रोध को शांत करने का उपाय अपनायें !
हा हा हा तो दे देना सर कुर्सी ...आप भी तो सरकार को टरेन की तरह ही चला रहे हो और दोनों का ही एक्सीडेंट भी होता रहता है । आचार्य जी ने टिप्पणी का मूल भाव पकड लिया लगता है , और बडा ही जोर का पकडा है ।
एक ही हल है कि ऎसी नौबत आने से पहले ही स्वेच्छा से राहूल बाबा को कुर्सी सौंप दी जाए ताकि कल को कुर्सी छिनने का अपमान और दुख तो न झेलना पडे :-)
कुरसी तो देनी ही होगी, ममता है ये
हा-हा, जो मैं राहुल भैया के सिवाए किसी को नहीं दूंगा !
आगे-आगे देखिए होता है क्या?
वाकई इन दोनों महारथियों का कुछ नहीं हो सकता ?
हा हा हा कमजो्र नस पकड़ी है।
अच्छा कार्टून बहुत सामयिक ... मनमोहन जी वैसे भी कुछ नही करते तो देने से क्या फ़र्क पड़ता है
नहीं नहीं होमको कोलकाता का कुर्सी में दिलचोस्पी हाय।
तारीफ के लिए हर शब्द छोटा है - बेमिशाल प्रस्तुति - आभार.
"सही बात है....."
Aise cartoon hans ke tale nahi jaa sakte!Yah behad gahra,aur dahlanewala vyang hai!Soch ke dar lagta hai..
हा हा हा ,,,,,,,,,,,,,ज़बरदस्त !
वाकई खतरा बहुत बड़ा है..
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
क्या उसके बाद भी कैबिनेट की बैठक में हिस्सा लेगी :)
Ha ha ha ha Good one sir ..........ek baar soni ji kahengi to manmohan ji kursi de hi denge .......are are soni ji nahi sonia gandhi ji (..........)
बहुत सुंदर जी, ओर ममता बढायेगी गोरव इस कुर्सी का...
क्रोध पर नियंत्रण स्वभाविक व्यवहार से ही संभव है जो साधना से कम नहीं है।
जवाब देंहटाएंआइये क्रोध को शांत करने का उपाय अपनायें !
हा हा हा तो दे देना सर कुर्सी ...आप भी तो सरकार को टरेन की तरह ही चला रहे हो और दोनों का ही एक्सीडेंट भी होता रहता है । आचार्य जी ने टिप्पणी का मूल भाव पकड लिया लगता है , और बडा ही जोर का पकडा है ।
जवाब देंहटाएंएक ही हल है कि ऎसी नौबत आने से पहले ही स्वेच्छा से राहूल बाबा को कुर्सी सौंप दी जाए ताकि कल को कुर्सी छिनने का अपमान और दुख तो न झेलना पडे :-)
जवाब देंहटाएंकुरसी तो देनी ही होगी, ममता है ये
जवाब देंहटाएंहा-हा, जो मैं राहुल भैया के सिवाए किसी को नहीं दूंगा !
जवाब देंहटाएंआगे-आगे देखिए होता है क्या?
जवाब देंहटाएंवाकई इन दोनों महारथियों का कुछ नहीं हो सकता ?
जवाब देंहटाएंहा हा हा कमजो्र नस पकड़ी है।
जवाब देंहटाएंअच्छा कार्टून बहुत सामयिक ... मनमोहन जी वैसे भी कुछ नही करते तो देने से क्या फ़र्क पड़ता है
जवाब देंहटाएंनहीं नहीं होमको कोलकाता का कुर्सी में दिलचोस्पी हाय।
जवाब देंहटाएंतारीफ के लिए हर शब्द छोटा है - बेमिशाल प्रस्तुति - आभार.
जवाब देंहटाएं"सही बात है....."
जवाब देंहटाएंAise cartoon hans ke tale nahi jaa sakte!
जवाब देंहटाएंYah behad gahra,aur dahlanewala vyang hai!Soch ke dar lagta hai..
हा हा हा ,,,,,,,,,,,,,
जवाब देंहटाएंज़बरदस्त !
वाकई खतरा बहुत बड़ा है..
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जवाब देंहटाएंक्या उसके बाद भी कैबिनेट की बैठक में हिस्सा लेगी :)
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंHa ha ha ha Good one sir ..........ek baar soni ji kahengi to manmohan ji kursi de hi denge .......are are soni ji nahi sonia gandhi ji (..........)
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर जी, ओर ममता बढायेगी गोरव इस कुर्सी का...
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