रविवार, 8 मार्च 2009

कार्टून: चीन की दीवार दिल्ली में ...

3 टिप्‍पणियां:

  1. और अंतरराष्‍ट्रीय महिला दिवस है
    चोखेरबालियां क्‍यों नजर नहीं आतीं
    कार्टूनकार महाशय
    आप तो आंख में बसते हैं
    वहीं पर सजते हैं
    किरकिरी भी आप ही बनते हैं
    किरकिरी भी आप ही करते हैं
    करें फोन
    कि आपने हमारा ध्‍यान नहीं रखा
    आज हमारा अंतरराष्‍ट्रीय दिन है
    और आपने हमारे उपर कार्टून नहीं रचा
    लगता है आप भी चुनावों की टिकट लाईन में
    खड़े हैं, इसलिए आपको लाईनें नजर आ रही हैं
    महिलाएं आपकी नजरों से ओझल हुई जा रही हैं
    आपने टिकट पाना है
    चुनाव लड़ना है
    याद रखें बाद में आपने वोट मांगने
    हमारे पास ही आना है
    हमारे साथ ही आना है
    इसलिए बेहतर है हमारे पर भी बनाएं कार्टून
    पर बिना हुए टुन्‍न (टून)
    वरना रह जाएंगे सन्‍न
    जब पाएंगे हमें प्रसन्‍न।

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