tag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post6021388387732408245..comments2024-03-28T01:38:28.635+05:30Comments on Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून: यह है अंतरर्रष्ट्रीय ब्लागर संगठन की रूपरेखा.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttp://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comBlogger35125tag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-7316463445173205862010-09-30T08:00:07.997+05:302010-09-30T08:00:07.997+05:30काजल भाई, पंडित डी.के.शर्मा जी और आपकी बात से पूर्...काजल भाई, पंडित डी.के.शर्मा जी और आपकी बात से पूर्णत: सहमत...राजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-13987090810624615162010-09-19T22:01:13.792+05:302010-09-19T22:01:13.792+05:30आपसे सहमत हूँ। हम तो पहले से ही साथ साथ हैं. हैं न...आपसे सहमत हूँ। हम तो पहले से ही साथ साथ हैं. हैं न !!!!!काजल जी ????रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-50986591936904106772010-09-19T19:17:55.648+05:302010-09-19T19:17:55.648+05:30chalo....hum sab saath hain....chalo....hum sab saath hain....CARTOON CHHATTISIhttps://www.blogger.com/profile/12844592978352759961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-61638088280925746412010-09-19T14:28:40.933+05:302010-09-19T14:28:40.933+05:30आपसे सहमत हूँ। धन्यवाद।आपसे सहमत हूँ। धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-66778187921093810842010-09-19T00:38:47.759+05:302010-09-19T00:38:47.759+05:30very very true.
asehmat hone ki to koi baat hi na...very very true.<br /><br />asehmat hone ki to koi baat hi nahi dikh rahi aapse..Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-41365240135135538002010-09-18T22:30:02.826+05:302010-09-18T22:30:02.826+05:30काजल भाई, पंडित डी.के.शर्मा जी और आपकी बात से मैं ...काजल भाई, पंडित डी.के.शर्मा जी और आपकी बात से मैं पूर्णत: सहमत हूँ. हद तो यह है कि रचना छाप भी जाती है, ऊपर से पैसे देना तो दूर की बात सुचना तक नहीं दी जाती. <br />ब्लोगर एकता ज़िन्दाबाद! <br />ब्लोगर एकता ज़िन्दाबाद! <br /><br /><br /> <br /><b><a href="http://chhotibat.blogspot.com/2010/09/blog-post_7133.html" rel="nofollow">व्यंग्य: युवराज और विपक्ष का नाटक</a></b>Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-74062693179855942692010-09-18T21:40:48.838+05:302010-09-18T21:40:48.838+05:30सीरियस बात सोची है आपने और वत्स साहब ने।
जिनके लेख...सीरियस बात सोची है आपने और वत्स साहब ने।<br />जिनके लेख प्रिंट मीडिया में छपते हैं या ऐसी संभावना है, उन्हें जरूर कुछ करना चाहिये।<br />जरूर करें आप लोग, हमारी शुभकामनायें आप सबके साथ हैं।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-585784243860840692010-09-18T21:20:24.451+05:302010-09-18T21:20:24.451+05:30सहमत..सहमत..शेफाली पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-51754249482403549512010-09-18T19:01:03.973+05:302010-09-18T19:01:03.973+05:30आपसे सहमत।आपसे सहमत।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-8313150944940543912010-09-18T18:39:28.493+05:302010-09-18T18:39:28.493+05:30आपकी सोच ने एक सोच का मुद्दा तो दे ही दिया है. आज ...आपकी सोच ने एक सोच का मुद्दा तो दे ही दिया है. आज यह बात बडी दुरूह लगती है पर जेहन में बात आगई है तो दूर तक तो जायेगी ही. आपने जो इस योजना का जो खाका प्रस्तुत किया है उसके लिये आप बधाई के पात्र हैं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-14038533072446733892010-09-18T18:15:27.312+05:302010-09-18T18:15:27.312+05:30शत प्रतिशत सहमत। शुरुआत धीमे हो पर दुरुस्त हो।शत प्रतिशत सहमत। शुरुआत धीमे हो पर दुरुस्त हो।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-45566831673587369062010-09-18T17:51:02.845+05:302010-09-18T17:51:02.845+05:30आपसे 100% सहमत।आपसे 100% सहमत।Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-74023554178668333062010-09-18T17:07:49.981+05:302010-09-18T17:07:49.981+05:30नेक सुझाव है ... अगर ब्लोगिंग को प्रिंट मीडिया के ...नेक सुझाव है ... अगर ब्लोगिंग को प्रिंट मीडिया के समकक्ष खड़ा होना है तो इस तरह की अवधारणा पर विचार किया जाना आवश्यक है ... इस विषय पर और विचार अपेक्षित है ... मुश्किल नहीं है कुछ भी अगर ठान लीजिएPadm Singhhttps://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-28312041608112051682010-09-18T15:16:09.573+05:302010-09-18T15:16:09.573+05:30सम्भावनाएं असीम है।
और भविष्य उज्जवल।
राहें थोडी क...सम्भावनाएं असीम है।<br />और भविष्य उज्जवल।<br />राहें थोडी कठीन है।<br />पर आवश्यक्ता अटल।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-81898213755194129342010-09-18T13:56:51.919+05:302010-09-18T13:56:51.919+05:30ब्लॉग लेख और टिप्पणियों से बहुत कुछ सकारात्मक संदे...ब्लॉग लेख और टिप्पणियों से बहुत कुछ सकारात्मक संदेश मिल रहे<br /><br />फिर भी सुरेश चिपलूनकर जी के वाक्यांश को रेखांकित करना चाहूँगा कि <i><a rel="nofollow">एकता का अभाव है हममें…</a></i><br />समाज के अन्य दोषों के समानAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-45128938906920229902010-09-18T12:05:02.361+05:302010-09-18T12:05:02.361+05:30काजल जी, आपके सुझाव में दम है। इस दिशा में पहल किय...काजल जी, आपके सुझाव में दम है। इस दिशा में पहल किये जाने की आवश्यकता है।Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-78556793494071285672010-09-18T11:58:37.306+05:302010-09-18T11:58:37.306+05:30काजल भाई...ये हमारी क्षुद्र सी पोस्ट का सौभाग्य ही...काजल भाई...ये हमारी क्षुद्र सी पोस्ट का सौभाग्य ही कहा जाएगा कि जिससे प्रेरित हो आप के माध्यम से इस नेक विचार नें जन्म लिया....इस विषय में आपके विचार बहुत सही एवं स्पष्ट लगे....यदि इस सोच को उसके सही रूप में अंजाम दिया जा सके तो हिन्दी और हिन्दी ब्लागर्स दोनों का हित सध सकता है.....<br /><br />आप शुरूवात कीजिए, हम आपके साथ हैं....काजल भाई जिन्दाबाद!! :)<br />अली भाई के नाम को हम संगठन के महामन्त्री पद के लिए प्रस्तावित करते हैं.....:)Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-14967802943963879052010-09-18T11:39:48.461+05:302010-09-18T11:39:48.461+05:30@काजल कुमारजी
टिप्पणी के लिए धन्यवाद और हमने आपकी...@काजल कुमारजी <br />टिप्पणी के लिए धन्यवाद और हमने आपकी बात मान ली है ...!Coralhttps://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-37458563457485473742010-09-18T11:34:37.439+05:302010-09-18T11:34:37.439+05:30पूरी तरह सहमत…
इस चोरी-चकारी के मारे परेशान हैं ह...पूरी तरह सहमत… <br />इस चोरी-चकारी के मारे परेशान हैं हम तो… <br />टाइम्स जैसे बड़े समूह भी अपना लेख धड़ल्ले से चुरा लेते हैं, पैसा भेजना तो दूर, पूछताछ करो तो जवाब भी नहीं देते…। <br /><br />बड़े ही प्रोफ़ेशनल, स्टाइलिश और मॉडर्न टाइप के चोर होते हैं ये बड़े प्रकाशन समूह…। आपने और शर्मा जी ने बहुत सही मुद्दा उठाया है… पहले एक दो बार इस मुद्दे पर एक-दो पोस्ट डाली थीं, लेकिन बात सिरे चढ़ी नहीं, क्योंकि एकता का अभाव है हममें…Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-22101715800427957322010-09-18T10:48:45.243+05:302010-09-18T10:48:45.243+05:30पोस्ट खोलते समय दिमाग में कई चित्र आ रहे थे कि का...पोस्ट खोलते समय दिमाग में कई चित्र आ रहे थे कि कार्टून कैसा होगा? लेकिन आप भी बात को विस्तार से कहने लगे? कभी-कभी विस्तार से ही कहना चाहिए। आपकी बात का समर्थन।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-45781498725059479922010-09-18T10:05:27.084+05:302010-09-18T10:05:27.084+05:30@ काजल भाई,
सबसे पहले पंडित डी.के.शर्मा वत्स ...ज...@ काजल भाई, <br />सबसे पहले पंडित डी.के.शर्मा वत्स ...ज़िन्दाबाद ...ज़िन्दाबाद...ज़िन्दाबाद ! फिर काजल भाई :)<br /><br />सच तो ये है कि हमारी अपनी सतही आलेख सामग्री कोई बन्दा छापता ही नहीं :) इसीलिये अपने को अब तक ऐसी कोई शिकायत भी नही हुई पर सम्भावनाओं का क्या ?<br /><br />आपके विचारों से पूर्ण सहमति है संगठन की रूपरेखा जम रही है इसे हमारी सदस्यता का आवेदनपत्र मानियेगा ! मतलब ये कि काजल कुमार और पंडित डी.के.शर्मा वत्स् जी की अगुवाई हमें मंज़ूर है !<br /><br /><br />@ अरविन्द मिश्र जी ,<br />भाई , हिन्दी भाषी पूरी दुनिया में बिखरे पडे हैं इसे अंतर्राष्ट्रीय मान कर शुरु कीजिये बाद में अन्य भाषाओं के लिये भी द्वार खोलिये मतलब ये कि संगठन ब्लाग लेखकों का होगा !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-50497390391472989772010-09-18T10:01:48.651+05:302010-09-18T10:01:48.651+05:30कृपया भविष्य में लेख भी लिखते रहें आपको पढ़ कर अच्...कृपया भविष्य में लेख भी लिखते रहें आपको पढ़ कर अच्छा लगा ! <br />सादरSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-31195157882744102452010-09-18T08:52:04.658+05:302010-09-18T08:52:04.658+05:30होंना तो चाहिए ....
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new post -मजदुरहोंना तो चाहिए ....<br /><br />___________<br />new post -मजदुरCoralhttps://www.blogger.com/profile/18360367288330292186noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-11295645356937276222010-09-18T08:48:10.967+05:302010-09-18T08:48:10.967+05:30विचारणीय विषय है । फिर भी इतना ज़रूर कहना चाहूँगा...विचारणीय विषय है । फिर भी इतना ज़रूर कहना चाहूँगा कि ब्लोगिंग में कोई बंधन नहीं होना चाहिए । जैसे गूगल ने फ्री दिया है , इसी तरह सभी बंधनमुक्त लेकिन संगठित होना चाहिए । ताकि सभी को कुछ फायदा हो सके , आर्थिक लाभ भी ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-32780417474672111652010-09-18T07:51:56.184+05:302010-09-18T07:51:56.184+05:30अभिलाषा तो महान है -मगर यह होगा कैसे ?
किस भाषा मे...अभिलाषा तो महान है -मगर यह होगा कैसे ?<br />किस भाषा में ?बात अंतर्र्रास्त्रीय है .<br />बड़ा काम है .....चलिए सोच तो आयी !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com