बहुत सुन्दर प्रस्तुति...! आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार (11-06-2013) के "चलता जब मैं थक जाता हुँ" (चर्चा मंच-अंकः1272) पर भी होगी! सादर...! शायद बहन राजेश कुमारी जी व्यस्त होंगी इसलिए मंगलवार की चर्चा मैंने ही लगाई है। डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
रोमांचक / हाहाकारी गुरु शिष्य परम्परा !
जवाब देंहटाएंदेशी सपना, देशी स्टाइल
जवाब देंहटाएंसपना तो भैया , टूट गया।
जवाब देंहटाएंएकदम सटीक
जवाब देंहटाएंजिंदगी कटी सिर्फ इन्तेज़ार में. अब क्या करें.
जवाब देंहटाएंye to bjp kee niyati hai yahan anubhav kee koi kadr hi nahi .
जवाब देंहटाएंमेरा सुंदर सपना टूट गया....:(
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएंआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा कल मंगलवार (11-06-2013) के "चलता जब मैं थक जाता हुँ" (चर्चा मंच-अंकः1272) पर भी होगी!
सादर...!
शायद बहन राजेश कुमारी जी व्यस्त होंगी इसलिए मंगलवार की चर्चा मैंने ही लगाई है।
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक