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हाय बेचारे ...
nice
अच्छा कार्टून |आशा
कितने चिंतित हैं ....
इतना भी कोई चूहाधिकार संगठन नहीं क्या?
:)
सबकी अपनी अपनी परेशानी है ...:)
badhiya hai
सबकी अपनी अपनी समस्याएं हैं.:)रामराम.
ऐ चूहे .... मेरी किताब मत खाना .... उसके पाठक आयें-दुआ करना
इनकी छोडिये। आप क्या ज्यादा पैसे खर्च कर आए ? :)
मैं तो इसीलिए नहीं गया कि कहीं इनकी भुखमरी का सबब न बन बैठूं :)
अगर पुस्तक ना बिकी तो हम भूखे मर जाएँगे :)
:)..आप को 'चूहा' संरक्षण हेतु किये जा रहे प्रयासों के लिए जल्दी ही पुरस्कार मिलने वाला है!
मानना पड़ेगा आपके खोजी नज़र को सब जगह जिंदा है व्यंग
हा....हा.....हा.....यह हुई ना बात !बधाई काजल भाई !
हाय बेचारे ...
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएंअच्छा कार्टून |
जवाब देंहटाएंआशा
कितने चिंतित हैं ....
जवाब देंहटाएंइतना भी कोई चूहाधिकार संगठन नहीं क्या?
जवाब देंहटाएं:)
हटाएंसबकी अपनी अपनी परेशानी है ...:)
जवाब देंहटाएंbadhiya hai
जवाब देंहटाएंसबकी अपनी अपनी समस्याएं हैं.:)
जवाब देंहटाएंरामराम.
ऐ चूहे .... मेरी किताब मत खाना .... उसके पाठक आयें-दुआ करना
जवाब देंहटाएंइनकी छोडिये। आप क्या ज्यादा पैसे खर्च कर आए ? :)
जवाब देंहटाएंमैं तो इसीलिए नहीं गया कि कहीं इनकी भुखमरी का सबब न बन बैठूं :)
हटाएंअगर पुस्तक ना बिकी तो हम भूखे मर जाएँगे :)
जवाब देंहटाएं:)..आप को 'चूहा' संरक्षण हेतु किये जा रहे प्रयासों के लिए जल्दी ही पुरस्कार मिलने वाला है!
जवाब देंहटाएंमानना पड़ेगा आपके खोजी नज़र को सब जगह जिंदा है व्यंग
जवाब देंहटाएंहा....हा.....हा.....
जवाब देंहटाएंयह हुई ना बात !
बधाई काजल भाई !