अब इस धुनी हुई रूई का मस्त तकिया-गद्दा बनाकर, मसनद लगाकर नेताजी इस्तेमाल करेंगे कि भईया हम तो जोर लगाये थे वो तो और लोग थे जिन्होंने लोकपाल लाना ही नहीं चाहा:)
और दूसरा पक्ष कहेगा - हमने भी जोर लगाया लेकिन सरकार को तकिया गद्दा ही बनवाना था सो धुन दिये :)
हा हा काजल जी
जवाब देंहटाएंHa ha ha!
जवाब देंहटाएंNaya saal bahut mubarak ho!
ओले बाबा :):)
जवाब देंहटाएंबू हू हू...
जवाब देंहटाएं:)
गरीब की लुगाई जैसा हाल है :)
जवाब देंहटाएंमज़ेदार!
जवाब देंहटाएंअब इस धुनी हुई रूई का मस्त तकिया-गद्दा बनाकर, मसनद लगाकर नेताजी इस्तेमाल करेंगे कि भईया हम तो जोर लगाये थे वो तो और लोग थे जिन्होंने लोकपाल लाना ही नहीं चाहा:)
जवाब देंहटाएंऔर दूसरा पक्ष कहेगा - हमने भी जोर लगाया लेकिन सरकार को तकिया गद्दा ही बनवाना था सो धुन दिये :)
ये मिली जुली कारस्तानी है काईयों की
जवाब देंहटाएंहमारी कोशिश में कोई कमी हो तो बताओ..
जवाब देंहटाएंअब तो हमरा लड़का भी लोकपाल-लोकपाल खेल रहा है !
जवाब देंहटाएंबाप रे ..बढिया पेशकश
जवाब देंहटाएंsnap deal का विज्ञापन आपका कार्टून देखने और उस पर कमेंट करने में आडे आ रहा है॥ सूचनार्थ।
जवाब देंहटाएंओ लाला ! ओ लाला ! अब मैं जवान हो गई ...?बेहतरीन व्यंग्य जोकपाल बिल पर काग भगोड़े पर .मंद मति सरकार पर .
जवाब देंहटाएंबहुत हो गई धुनाई उनकी. अब आपको और आपके परिवारजनों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंआपको नव-वर्ष 2012 की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंअरे वाह!
जवाब देंहटाएंइतना बढ़िया कार्टून!
इसे तो देखते ही आज के चर्चा मंच पर लगा दिया है!
:):) धुनी हुई रुई पर आराम से सोईये
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