रविवार, 20 नवंबर 2011

कार्टून :- .... लो एक शोहदा और आया


17 टिप्‍पणियां:

  1. Ha,ha,ha!Aise sawal ke baad netaji kee shakal dekhne layak hee hogee!

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  2. :) आज कल निरीक्षण करने से नेता डरते हैं ..

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  3. दाल रोटी वही मिलगी का फर्क पड़ना है

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  4. सहभागी निरीक्षण करने आया है :)

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  5. अजी देर सवेर यही आना हे, अब इसे निरीक्षण समझो या कांड, क्योकि इन्होने सिर्फ़ कांड ही किये हे...

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  6. आजकल "गबन कांड" में ज्यादातर नेता तिहाड़ में डेरा डाले बैठे हैं , कुछ दिन बाद संसद और तिहाड़
    में फर्क करना मुश्किल हो जायेगा

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  7. कितना पुनीत दृष्य है - मनो सिवान जेल में लालू जी शहाबुद्दीन जी से मिलने गये हों! :)

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  8. हाज़िर ज़वाबी का ज़वाब नहीं तिहाड़ तो अब नेताओं का परिवास है भारतीय परिवास केंद्र बन चुका है .

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  9. राज भंटिया जी की बात से सहमत हूँ । :-)आपको कभी समय मिले तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है

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  10. इस उत्कृष्ट कार्टून की चर्चा कल मंगलवार के चर्चा मंच पर भी की जा रही है!
    आपके ब्लॉग पर अधिक से अधिक पाठक पहुँचेंगे तो चर्चा मंच का भी प्रयास सफल होगा।

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  11. काण्ड तो करते ही रहते हैं जी.
    अभी तो निरक्षण करने आया हूँ.
    रहने की नौबत न जाने कब आ जाये.

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