CARTOON, SATIRE, HUMOR, POLITICS, COMIC, LITERATURE, CARICATURE, LAMPOON, SKIT, RIDICULE, MOCKERY, SARCASTIC
बहुत सही!चर्चा मंच पर कल मंगलवार को इसे भी ले लिया है!
ख्याल बुरा नहीं है :)
यही ठीक रहेगा
एक साथ पढ़ना भी हो जायेगा।
हाँ सबको आराम हो जायेगा ।
सही है .... :)
khyaal achcha hai :):):):
मौके(के फायदे ) की बात!
किताब का नाम होना चाहिए, ''अन्ना-दिग्विजय संवाद''।
सलाह अच्छी है !
किताब तो दूसरे लिखेंगे, अभी तो इन्हें खिताब दिए जा रहे हैं :)
हाँ, यही ठीक रहेगा! बल्कि उसे थीसिस कहकर पीएचडी भी कर लें तो बाम की बाम और झंडू के दाम वाला मुहावरा भी सच हो जाएगा
...बाम का बाम और झंडू के दाम...हा हा हाअच्छा लगा.
भावी पुस्तक भारतीय अज्ञानपीठ पुरस्कार के लिये एडवांस में नामित!
Ekdam sahi slah.... :)
उसे पढ़ेगा कौन, कॉंग्रेस के कार्यकर्ताओं को ही झेलनी पड़ेगी।
बहुत सही!
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच पर कल मंगलवार को इसे भी ले लिया है!
ख्याल बुरा नहीं है :)
जवाब देंहटाएंयही ठीक रहेगा
जवाब देंहटाएंएक साथ पढ़ना भी हो जायेगा।
जवाब देंहटाएंहाँ सबको आराम हो जायेगा ।
जवाब देंहटाएंसही है .... :)
जवाब देंहटाएंkhyaal achcha hai :):):):
जवाब देंहटाएंमौके(के फायदे ) की बात!
जवाब देंहटाएंकिताब का नाम होना चाहिए, ''अन्ना-दिग्विजय संवाद''।
जवाब देंहटाएंसलाह अच्छी है !
जवाब देंहटाएंकिताब तो दूसरे लिखेंगे, अभी तो इन्हें खिताब दिए जा रहे हैं :)
जवाब देंहटाएंहाँ, यही ठीक रहेगा! बल्कि उसे थीसिस कहकर पीएचडी भी कर लें तो बाम की बाम और झंडू के दाम वाला मुहावरा भी सच हो जाएगा
जवाब देंहटाएं...बाम का बाम और झंडू के दाम...
जवाब देंहटाएंहा हा हा
अच्छा लगा.
भावी पुस्तक भारतीय अज्ञानपीठ पुरस्कार के लिये एडवांस में नामित!
जवाब देंहटाएंEkdam sahi slah.... :)
जवाब देंहटाएंउसे पढ़ेगा कौन, कॉंग्रेस के कार्यकर्ताओं को ही झेलनी पड़ेगी।
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