kajalji !kaartoonist yug drshtaa hotaa hai .vah samay kaa atikraman kar samay ke paar dekh letaa hai .aap bahut achchhaa kaam kar rhen hain . dhnya bhaag hamaare jo aap padhaare . veerubhai .
सही है पर हमारे गाँव के पोस्टमास्टर साहब जब बोर होते हैं तो लोगों की चिट्ठियों को भी खोल कर पढ़ जाते हैं... किसी की मजाल है जो बोल दे कि लिफाफा खुला कैसे है.. हमारे लिए तो फोन ही सही है जी..
फोन पर बात करना तो सच में खतरों का खेल है।
जवाब देंहटाएंबोत समझदार बन्दा है जी...
जवाब देंहटाएंहम्म्म मस्त सोच है आपकी....
जवाब देंहटाएंअकल मंद निकला बंदा, धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत सही हल निकला है..
जवाब देंहटाएंसटीक तरीका.
जवाब देंहटाएंसही तरीका है। फोन टेप से तो बचे। लेकिन डाकिया पट गया तो????????????
जवाब देंहटाएंअच्छा हुआ ..पुरानी विधा..इसी बहाने लौटी :) ..लोगो की सम्प्रेषण क्षमता का विकास होगा.
जवाब देंहटाएं@निर्मला कपिला जी .....डाकिया पट तो कबूतर को काम पर लगा देंगे !
जवाब देंहटाएंखतरा तो वहां भी हो सकता है --लेटर बम का ।
जवाब देंहटाएं:)
जवाब देंहटाएंbadhiya hai!
दुनिया गोल है ना!
जवाब देंहटाएंbahut badhiya kartoons .maine kai dekh liye hai dobara aana huaa to aur bhi dekhoongi .
जवाब देंहटाएंमतलब मजबूरी का नाम ओसामा .....
जवाब देंहटाएंसुन्दर/आकर्षक पोस्ट
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया, किसी के तो दिन बहुरे।
जवाब देंहटाएं---------
प्रेत साधने वाले।
रेसट्रेक मेमोरी रखना चाहेंगे क्या?
जी हां! मैने भी दस पोस्ट कार्ड खरीद लिये हैं। :)
जवाब देंहटाएंइसमें क्या है ? अभी फोन टेप होते हैं फिर खत फोटो कापी होने लग जायेंगे :)
जवाब देंहटाएंkajalji !kaartoonist yug drshtaa hotaa hai .vah samay kaa atikraman kar samay ke paar dekh letaa hai .aap bahut achchhaa kaam kar rhen hain .
जवाब देंहटाएंdhnya bhaag hamaare jo aap padhaare .
veerubhai .
सही है पर हमारे गाँव के पोस्टमास्टर साहब जब बोर होते हैं तो लोगों की चिट्ठियों को भी खोल कर पढ़ जाते हैं... किसी की मजाल है जो बोल दे कि लिफाफा खुला कैसे है.. हमारे लिए तो फोन ही सही है जी..
जवाब देंहटाएंsahi soch hai...
जवाब देंहटाएंbadiya laga..
Pls visit my blog..
Lyrics Mantra
thankyou
भई ज़रा संभल के। सुना है,होशियार लोग कोई लिखित प्रमाण नहीं छोड़ते!
जवाब देंहटाएंवाह! वाह! जरा संभल के चिठ्ठियों की राह में रोड़े बहुत हैं।
जवाब देंहटाएं====================
प्रेम पर एक सदाबहार टिप्पणी-
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प्रेम सुपरफ्लेम है।
मजेदार गेम है॥
हार-जीत का इसमें
होता न क्लेम है॥
-डॉ० डंडा लखनवी
achchhi ray hai.
जवाब देंहटाएंकबूतर ज्यादा सेफ़ रहेगें न
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