मैनें पहले भी कहा है कि रेखाओं से भाव उकेरनें में आप बाकमाल हो ! खीसें निपोरते हुये के साथ प्रतिक्रिया स्वरूप स्मित हास्य देने वाले नेता आग तापने के लिये किस कदर उतावले दिख रहे हैं ! जनता के प्रति जनप्रतिनिधियों का एटीट्यूड दर्शानें में सफल व्यंग चित्र !
इनका काम ही है पहले आग लगाओ और फिर उस पर अपनी रोटियां सेको ! काजल जी, अब इन लोगो ने अपनी वेतन वृद्धि को लेकर मांग शुरू की है उस पर आपका कार्टून कोना क्या कहता है ???
In khabron dayaron kee to aadat-si pad gayi hai!Nigahon me gubaar hee gubaar hai!
जवाब देंहटाएंइनका काम ही है आग लगाना और उसपर रोटी सेकना और बचे खुचे रोटी को लूट लेना ...
जवाब देंहटाएंwah.......
जवाब देंहटाएंसही बात है उन्हें तो अपनी रोटी सजने से मतलब.
जवाब देंहटाएंसटीक...इन्हें तो मौका ही चाहिये.
जवाब देंहटाएंSahi hai, kahi bhi aang lage ye neta log use apani roshani me badal kar apana matalab nikal lete hai.
जवाब देंहटाएंaag hai lagi hui yahan wahana idhar udhar...
जवाब देंहटाएंchalo taapte hain...
bahut sateek..
मैनें पहले भी कहा है कि रेखाओं से भाव उकेरनें में आप बाकमाल हो !
जवाब देंहटाएंखीसें निपोरते हुये के साथ प्रतिक्रिया स्वरूप स्मित हास्य देने वाले नेता आग तापने के लिये किस कदर उतावले दिख रहे हैं !
जनता के प्रति जनप्रतिनिधियों का एटीट्यूड दर्शानें में सफल व्यंग चित्र !
बहुत मार्मिक !
जवाब देंहटाएंइन्हें आग की क्या कमी जी, कहीं भी लगा दें ये तो।
जवाब देंहटाएंइनका काम ही है पहले आग लगाओ और फिर उस पर अपनी रोटियां सेको !
जवाब देंहटाएंकाजल जी, अब इन लोगो ने अपनी वेतन वृद्धि को लेकर मांग शुरू की है उस पर आपका कार्टून कोना क्या कहता है ???
आग क्या है जी, कुछ लोगों के लिए रोजगार गेरंटी योजना है.
जवाब देंहटाएंराजनीति की यही माया है..... बहुत ही सटीक एवं व्यंगात्मक चित्रण
जवाब देंहटाएंलाजवाब्!
जवाब देंहटाएंपकडो इन्हे यही तो आग लगाने वाले है, देखो इस बार निकल ना जाये.........................
जवाब देंहटाएं@ soni garg...
जवाब देंहटाएंआपके सवाल का जवाब सृजनगाथा.काम:) पर सोमवार 23 अगस्त से 29 अगस्त तक होस्ट रहेगा :)
aaj fir naya lagaa...wah..
जवाब देंहटाएंmain to pahle se hi inse jani baithi hun so aag vaag se dur hi rahti hun ha ha !!!!!
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