tag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post1068934926767282228..comments2024-03-28T01:38:28.635+05:30Comments on Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून: कार्टून :- लोटपोट का माल...Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttp://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-55779914958375400972010-02-07T16:39:38.227+05:302010-02-07T16:39:38.227+05:30हम भी लोट-पोट हो गये!हम भी लोट-पोट हो गये!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-56112936439064432252010-02-07T12:10:33.180+05:302010-02-07T12:10:33.180+05:30ओ जी पुराणे दिण याद करवा दिये जी आपणे....ओ जी पुराणे दिण याद करवा दिये जी आपणे....संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-92158340684922045662010-02-07T10:39:18.417+05:302010-02-07T10:39:18.417+05:30बढ़िया!
ये पत्रिकायें खत्म होती जा रही हैं। बच्चे आ...बढ़िया!<br />ये पत्रिकायें खत्म होती जा रही हैं। बच्चे आजकल क्या पढ़ते होंगे? या पत्रिकायें पढ़ने की बजाय टीवी/कम्प्यूटर पर चिपकते हैं?Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-12401643008244737322010-02-07T08:07:36.579+05:302010-02-07T08:07:36.579+05:30.... "लोटपोट" तो बस लोटपोट है जो बच्चों ....... "लोटपोट" तो बस लोटपोट है जो बच्चों को लोटपोट कर देती है, .... एक अर्सा हो गया पढे हुये!!!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-75692114007039355462010-02-07T07:53:18.833+05:302010-02-07T07:53:18.833+05:30@ ताऊ रामपुरिया ji
आज की भागमभाग में तो चंचल बालक ...@ ताऊ रामपुरिया ji<br />आज की भागमभाग में तो चंचल बालक की रस्साकशी और भी ज़्यादा बढ़ती जाती है :)Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-86434592869012669692010-02-07T02:18:29.682+05:302010-02-07T02:18:29.682+05:30लोट पोट पढकर हम भी लोट्पोट होते रहे हैं. जब हमने आ...लोट पोट पढकर हम भी लोट्पोट होते रहे हैं. जब हमने आपका इंटरव्यु लिया तब हमें मालूम पडा कि आप हमारे पसंदीदा काजल कुमार जी हैं. आज भी हाथ लग जाये तो पहली फ़ुरसत में पढना पसंद हैं. बहुत शुभकामनाएं....एक आप ही हैं जिनकी वजह से बचपन मे पहुंच जाते हैं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-29441121194250242522010-02-06T23:29:22.234+05:302010-02-06T23:29:22.234+05:30@ अल्पना वर्मा ji
आपके ऐसे आत्मीय शब्द पढ़कर बहुत ...@ अल्पना वर्मा ji<br />आपके ऐसे आत्मीय शब्द पढ़कर बहुत भला लगता है. विनम्र आभार.<br /><br />@ भारतीय नागरिक - Indian Citizen<br />आपका कहना सही है...यह समय का वेग है किन्तु, पश्चिम की ओर देख कर भरोसा होता है कि यह अस्थाई प्रक्रिया है.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-9798063526993673632010-02-06T23:12:56.804+05:302010-02-06T23:12:56.804+05:30चिम्पू-मिन्नी भी पढ़े हैं और पान सिंह भी. लोगों में...चिम्पू-मिन्नी भी पढ़े हैं और पान सिंह भी. लोगों में पढ़ने की आदत खत्म हो रही है जो घातक है. मुझे सुनकर ताज्जुब हुआ कि अब लोग अपनी कविताओं और गजलों को प्रकाशित करने की जगह उनकी सीडी निकलवाते हैं.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-5403754991417265052010-02-06T23:02:56.747+05:302010-02-06T23:02:56.747+05:30अरे वाह ....तो आप लोटपोट के जमाने के हैं !अरे वाह ....तो आप लोटपोट के जमाने के हैं !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-26935823238074676452010-02-06T21:50:13.486+05:302010-02-06T21:50:13.486+05:30आप के बनाये 'चिम्पू मिनी' मेरे भी पसंदीदा...आप के बनाये 'चिम्पू मिनी' मेरे भी पसंदीदा चरित्र रहे हैं.लोटपोट बहुत मजेदार लगती थी.किराये पर भी मिला करती थीं ये किताबें कभी!<br />आप के कार्टून ki पहले से ही प्रशंसक रही हूँ,<br />जब एक दिन यहाँ आप का ब्लॉग देखा तो यकायक विश्वास नहीं हुआ था.फिर aap ki .TK वाली साईट से confirm हुआ<br />कि आप same काजल कुमार हैं.<br />-यह तो वाकई ख़ुशी कि बात है कि अब भी लोटपोट इन्हें प्रकाशित करती है.कॉमिक्स का फ्लेवर कभी कम नहीं होता.<br />best wishesAlpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-55345323915979248252010-02-06T21:37:42.057+05:302010-02-06T21:37:42.057+05:30बेचारे पिता जी !बेचारे पिता जी !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-40098610332260477412010-02-06T20:49:09.440+05:302010-02-06T20:49:09.440+05:30vaah,yh achha lgta hai.vaah,yh achha lgta hai.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-34376218046955681722010-02-06T20:31:38.677+05:302010-02-06T20:31:38.677+05:30vaah....mujhe bagut pasand thee lotpotvaah....mujhe bagut pasand thee lotpotशेफाली पाण्डेhttps://www.blogger.com/profile/14124428213096352833noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-14541949600591107692010-02-06T20:27:34.494+05:302010-02-06T20:27:34.494+05:30होमवर्क कराना है तो इतना तो करना ही पड़ेगा.होमवर्क कराना है तो इतना तो करना ही पड़ेगा.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-41265087183145362952010-02-06T20:21:40.252+05:302010-02-06T20:21:40.252+05:30बहुत बहुत बधाई विनोद जी सही कह रहे हैं।बहुत बहुत बधाई विनोद जी सही कह रहे हैं।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7953633588131365358.post-49861694363798024202010-02-06T20:20:29.837+05:302010-02-06T20:20:29.837+05:30प्रस्तुति ही इतनी कमाल की होती है की बार बार पढ़ने...प्रस्तुति ही इतनी कमाल की होती है की बार बार पढ़ने और देखने का मन करता है,फिर लोटपोट क्यों ना पेश करें आपकी यह क्रियेशन...विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.com